सिन्धी भाषा दिवस पर घर-घर हुई प्रतियोगिताऐं, आरती व पल्लव....
✍ महेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट
नीमच। लोक डाउन के चलते सिंधी समाज ने सिंधी भाषा पर्व अपने अपने घरों पर ही प्रतियोगिताऐं, आरती व पल्लव (अरदास) कर मनाया गया। 10 अप्रैल को भारतीय संविधान में 1967 के आठवें अनुच्छेद में सिंधी भाषा को शामिल किया गया था, तभी से प्रतिवर्ष अप्रैल माह की 10 तारीख को यह सिंधी दिन सिन्धी भाषा दिवस को त्यौहार के रूप में बड़े धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया जाता है। परन्तु इस वर्ष कोरोनावायरस के संक्रमण और लॉक डाउन के चलते सभी एकत्रित होकर नहीं मनाते हुऐ सरकार के आदेशों का पालन करते हुऐ सभी समाजजनों ने घर पर बैठकर इस पर्व के उपलक्ष्य में रिश्तेदारों, दोस्तों ने कुछ झाकियां, रांगोलियां सजा कर तो बच्चों ने प्रतियोगिता अंतर्गत चित्रकारिता, सिंधी भाषा पर निबंध लेखन इत्यादि प्रतियोगिताओं में भाग लेकर सिंधी भाषा दिवस पर्व मनाया व एकता का परिचय दिया है।