नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से छाए संकट को देखते हुए साल 2019 की मिस इंग्लैंड भाषा मुखर्जी ने फ़िलहाल अपना क्राउन उतारकर पुराने पेशे डॉक्टरी करने का फ़ैसला लिया है। ब्रिटिश नागरिक भाषा मुखर्जी भारतीय मूल की हैं और उनका बचपन कोलकाता में बीता है। जब वो 9 साल की थीं तब उनका परिवार ब्रिटेन चला गया। वह अगस्त 2019 में मिस इंग्लैंड चुनी गई थीं।
एक इंटरव्यू में भाषा ने बताया कि मिस इंग्लैंड चुने जाने के बाद से वो दुनिया की अलग-अलग जगहों पर मानवीय कार्यों में हिस्सा ले रही थीं।
मिस इंग्लैंड चुनी जाने से पहले भाषा बॉस्टन के पिलग्रिम हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर थीं। वो श्वसन रोगों की विशेषज्ञ हैं।
देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उन्होंने अस्पताल लौटने का फ़ैसला किया क्योंकि देश को उनकी ज़रूरत है।